बरसात का वो दिन
प्रेषक : सागर,
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम सागर हैं मेरी उम्र 24 साल है और मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है, में दिखने में हैंडसम हूँ, मेरे लंड का साईज साढ़े 8 इंच लम्बा है। बरसात का मौसम था एक दिन में बारिश में भीगता हुआ अपने घर आ रहा था, उस दिन बहुत तेज बारिश हो रही थी तो रास्ते में एक लेडीस की कार बंद हो गई थी, फिर उन्होंने मुझे देखा और लिफ्ट के लिए रोककर बोली कि मेरी कार बंद हो गई है प्लीज़ क्या आप मुझे मेरे घर छोड़ दोगे? तो मैंने बोला कि चलिए बैठिए। फिर वो मेरी बाइक पर बैठ गई, तब मैंने देखा कि वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी थी, उनकी उम्र करीब 29 साल होगी।
अब मुझे उसके कपड़े में से उसका जिस्म साफ-साफ़ दिखाई दे रहा था। अब मेरे मन में भी सेक्स की इच्छा जागने लगी थी। फिर मैंने बाइक पर चलते वक़्त उसको थोड़ा पीछे की तरफ दबाया तो मैंने देखा कि वो भी आगे की और धक्का देने लगी थी। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर जब उनका घर आया तो वो बोली कि बस अब यहीं रोक लो। फिर वो उतर गई और फिर वो चलने लगी तो बोली कि प्लीज़ अंदर आइए ना, बारिश अभी भी चालू है और थोड़ा रुकने के बाद चले जाना।
फिर मैंने भी उनकी यह बात ठीक समझी और फिर मैंने हाँ कर दी और उनके साथ बाइक पार्क करके अंदर चला गया। फिर में उनके घर में अंदर गया तो मैंने देखा कि वहाँ कोई नहीं था, बस उनका 5 साल का एक बेटी थी वो वहाँ आई। फिर उन्होंने उससे कहा अपने रूम में जाकर सो जाओ तो वो चला गई। फिर उन्होंने मुझे एक टावल दिया और अंदर रूम में चली गई। फिर मैंने अपने बाल साफ किए और कुछ देर के बाद वो अपने कपड़े बदलकर आई और मेरे सामने बैठ गई।
फिर मैंने भी उनकी यह बात ठीक समझी और फिर मैंने हाँ कर दी और उनके साथ बाइक पार्क करके अंदर चला गया। फिर में उनके घर में अंदर गया तो मैंने देखा कि वहाँ कोई नहीं था, बस उनका 5 साल का एक बेटी थी वो वहाँ आई। फिर उन्होंने उससे कहा अपने रूम में जाकर सो जाओ तो वो चला गई। फिर उन्होंने मुझे एक टावल दिया और अंदर रूम में चली गई। फिर मैंने अपने बाल साफ किए और कुछ देर के बाद वो अपने कपड़े बदलकर आई और मेरे सामने बैठ गई।
अब उन्होंने बड़े ही सेक्सी कपड़े पहने हुए थे, उनमें उनके बूब्स समा ही नहीं रहे थे। अब में उनके बूब्स को देखता ही जा रहा था। फिर वो बोली कि तुम भीग गये हो, आओ ऊपर मेरे पति के कपड़े पहन लो, तो मैंने कहा कि कहाँ? तो वो बोली कि चलो में दिखाती हूँ। फिर जब हम ऊपर के कमरे में गये, तो उन्होंने मुझे अपने पति के कपड़े दिए। फिर जब में चेंज करने के लिए बाथरूम में गया तो वो बोली कि में भी अंदर आती हूँ, लाईट ऑन कर देती हूँ। फिर जब वो अंदर आई तो उनका पैर फिसल गया और वो गिरने लगी तो मैंने उन्हें संभाल लिया। अब उनके बूब्स मेरे हाथों में आ गये थे और उनके बूब्स क्या नर्म-नर्म थे? जैसे कोई आम हो। अब मुझे बहुत ही अच्छा लगा था, लेकिन मेरी मर्यादा के कारण में जब अपना हाथ हटाने लगा था तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर वापस अपने बूब्स पर रख दिया और बोली कि प्लीज़ दबाओ मुझे अच्छा लगता है।
अब में भी इसी इंतज़ार में था और मेरा लंड टाईट हो गया था। फिर मैंने पूछा कि वैसे आपका नाम क्या है? तो वो बोली कि किरण। तो मैंने बोला कि क्या आपके पति आपके साथ सेक्स नहीं करते है? तो वो बोली कि वो बहुत बड़े बिज़नसमैन है, उनको वक्त ही नहीं मिलता है। फिर मैंने कहा कि क्या तुम चाहती हो कि में तुम्हारे साथ सेक्स करूँ? तो वो बोली कि हाँ, में तुम्हारे साथ मज़े करना चाहती हूँ। फिर क्या था? फिर मैंने सीधा उनका चेहरा पकड़कर उनके गुलाबी और नाज़ुक होंठो को किस करना चालू कर दिया और उनके कपड़े उतारने चालू कर दिए। अब वो एकदम से मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी। फिर में उसके पैरो से चूमते हुए उसकी चूत तक आया तो मैंने देखा कि उसकी चूत एकदम साफ थी और रसीली हो गई थी और अभी भी किसी जवान लड़की की तरह थी। अब मेरा मन काबू में नहीं था और फिर मैंने उनकी चूत पर जैसे ही अपने होंठ लगाए तो वो आईई आहह करने लगी और में उसकी चूत को और जोर-जोर से चूसने लगा।
तभी अचानक से वो मुझे खड़ा होने को बोली। फिर उसने मेरी शर्ट निकाल फेंकी और मेरी जीन्स भी उतार दी और अब मेरा बड़ा लंड आज़ाद था। फिर जैसे ही मेरा साढ़े 8 इंच का लंड तनकर बाहर आया तो वो देखती ही रह गई और उसका मुँह खुला का खुला ही रहा गया और वो कुछ नहीं बोली और उसे सहलाने लगी और फिर मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। अब मेरे मुँह से भी आअहह आअह की आवाजें निकल रही थी। अब में और रिया दोनों पूरी तरह से गर्म थे। फिर मैंने शॉवर चालू किया और फिर जब इस मस्ती की आग में हमारे नंगे बदन के ऊपर जब पानी की बूंदे पड़ी तो वो और भी मस्त हो गई। फिर कुछ देर तक हम दोनों एक दूसरे को किस करते-करते एक दूसरे की बाहों में शॉवर का मजा लेते रहे। फिर मैंने साबुन उठाया और उसके पूरे शरीर पर लगाया।
अब मेरे लंड की गर्मी उस पर चढ़ चुकी थी। तभी उसने मेरे लंड को जकड़ लिया और बोली कि बेबी अब ना तड़पाओ मुझे, तो फिर मैंने कहा कि यह तो कब से तैयार खड़ा है में हमेशा से अपने पर्स में एक कंडोम रखता हूँ तो फिर मैंने मेरे पर्स में से कंडोम निकालकर पहन लिया। फिर मैंने किरण को नीचे झुकाया और अपना लंड उसकी गांड पर रगड़कर पीछे से थोड़ा अंदर डाला तो उसके मुँह से उईईई माँ की आवाज़ आई। फिर मैंने कहा कि अरे अभी तो शुरू भी नहीं किया है और तुम अभी से चिल्ला उठी। फिर उसने कहा कि मैंने पिछले 2 महीने से सेक्स नहीं किया है। फिर मैंने पास में ही रखी हुई तेल की बोतल से थोड़ा तेल लिया और अपने लंड पर लगाया और उसको अपनी गोद में उठाकर बेड पर ले गया। फिर मैंने उसको घोड़ी बनाया और पीछे से अपना लंड थोड़ा अंदर डाला और अपना मुँह उसके मुँह के पास ले जाकर उसके पूरे बूब्स को अपने मुँह में लेकर दबाया और एक धक्का दिया, तो मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ एक बार में ही पच करके पूरा अंदर चला गया।
फिर वो जोर से चिल्लाई आईईईई उफफफ्फ़ मरररर गईईई आज तो मैं, लेकिन उसकी सिसकी भरी आवाज़े मेरे मुँह में ही समा गई थी। अब में धीरे-धीरे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा था और अब वो भी साथ मेरा देने लगी थी। तभी मैंने अपना लंड बाहर निकलकर उसको सोफे पर लेटा दिया और उसके पैरो को अपने कंधो पर रख लिया और उसे थोड़ा ऊपर उठा दिया। फिर मैंने अपना टाईट लंड उसकी चूत के बिल्कुल सामने रखकर जब एक और ज़ोर का धक्का लगाया तो मेरा लंड सटक करके उसकी मस्त चूत में चला गया। अब तो वो भी मेरे साथ मज़े ले रही थी, फिर हमने पूरे 25 मिनट तक चुदाई की। फिर मैंने बोला कि अब कैसा लग रहा है? तो वो बोली कि मैंने अपनी लाईफ में पहली बार सेक्स का असली मज़ा लिया है। फिर मैंने उसको अपने ऊपर बैठाकर अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया और अब वो मुझे चोदने लगी थी। अब हम बैठे-बैठ भी चुदाई करने लगे और फिर वो झड़ गई।
फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत में डाले ही उसे वापस लेटा दिया और अपनी रफ़्तार बढ़ाकर उसको पूरी ताक़त से चोदने लगा। अब तो जो मज़ा आ रहा था, वो उसे सह नहीं सकती थी तो वो उछलने लगी अब मेरे लंड का धक्का अपनी पूरी रफ़्तार में आ गया था और फिर आखरी में भी झड़ गया और फिर हम दोनों ऐसे ही 10 मिनट तक एक दूसरे से लिपटे रहे। फिर में खड़ा होकर नहाने चला गया और फिर उसने मेरा मोबाइल नंबर लिया और कहा कि अगर मेरी फ्रेंड को तुम्हारा लंड चाहिए होगा तो क्या तुम मदद करोगे? हम इस मदद के लिए तुम्हें पैसे भी देंगे। तो मैंने कह कि हाँ ओके, मगर मेरी एक शर्त है कि जब हम कभी भी बाहर मिले तो जैसे हम एक दूसरे को नहीं जानते है ऐसे पेश आएगे। तो वो बोली कि यह तो बहुत ही अच्छा है, अब में तुम्हें कॉल करुँगी, तुम आओगे ना पक्का? तो मैंने हाँ कहा और उसको किस करके वहाँ से चला गया ।
धन्यवाद …
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