हाइवे पर चुदवाया ।
प्रेषक : अमृता,
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृता है और में पंजाब से हूँ और यह कहानी आज से 3 साल पहले की मेरी और मेरे बॉयफ्रेंड की है। मेरे बॉयफ्रेंड को चंडीगढ़ में कुछ काम था, तो वो मुझे चंडीगढ़ लेकर जाना चाहता था और वो चाहता था कि में भी उसके साथ जाऊं और एक बार उसनेे कहा, तो मेरा मना करने का सवाल ही नहीं उठता था। मैंने अपने घर में बहाना बनाया और में अगली शाम उसके साथ निकल गई, वो अपने दोस्त की कार लाया था। में अगले दो दिन बॉयफ्रेंड के साथ ही रहने वाली थी। मैंने अपनी ब्रा, पेंटी और स्कर्ट्स पैक कर ली, मैंने पूरी तरह क्लीन शेव रहना शुरू कर दिया था। में बॉयफ्रेंड की गाड़ी में जैसे ही बैठी, उसने ज़ोर से मेरा बूब्स दबाया, मैंने भी रिटर्न में स्माइल दी और आगे झुक कर एक लिप पर किस किया, उसने ड्राईव करना स्टार्ट किया और सारे ग्लास चढ़ा कर ए.सी चालू कर दिया,
इस समय शाम के 8 बज रहे थे। करीब 2 घण्टो की ड्राईव के बाद हम सिटी से बाहर आ गये थे और म्यूज़िक सिस्टम पर कम आवाज में म्यूज़िक बज रहा था में उसकेे साथ मजे कर रही थी। फिर अचानक पता नहीं क्या सोच कर उसने अपनी पेंट की चैन खोल दी और अपना लंड बाहर निकाल दिया और उसको हाथ में लेकर धीरे-धीरे मुठ मारने लगा। फिर उसने अपना हाथ मेरे सिर पर रखा और मेरा मुँह उसके लंड कि तरफ खींचते हुए कहा चल मेरी रानी शुरू हो जा मैंने झट से लंड मुँह में ले कर चलती कार में ही चूसना शुरू कर दिया। वो आराम से हाइवे पर कार चला रहा था और में पास की सीट पर बैठ के उसका लंड चूस रही थी और अंकित को मज़े आ रहे थे। अब वो आअहह ऊहह की आवाज़ें निकाल रहा था और वो उसके हाथ से कभी कभी मेरे बालों से खेल रहा था। मैंने अपना चेहरा पूरी तरह उसकी झाटों में गड़ा रखा था और लंड को अच्छे से चूसने में लगी थी।
इस समय शाम के 8 बज रहे थे। करीब 2 घण्टो की ड्राईव के बाद हम सिटी से बाहर आ गये थे और म्यूज़िक सिस्टम पर कम आवाज में म्यूज़िक बज रहा था में उसकेे साथ मजे कर रही थी। फिर अचानक पता नहीं क्या सोच कर उसने अपनी पेंट की चैन खोल दी और अपना लंड बाहर निकाल दिया और उसको हाथ में लेकर धीरे-धीरे मुठ मारने लगा। फिर उसने अपना हाथ मेरे सिर पर रखा और मेरा मुँह उसके लंड कि तरफ खींचते हुए कहा चल मेरी रानी शुरू हो जा मैंने झट से लंड मुँह में ले कर चलती कार में ही चूसना शुरू कर दिया। वो आराम से हाइवे पर कार चला रहा था और में पास की सीट पर बैठ के उसका लंड चूस रही थी और अंकित को मज़े आ रहे थे। अब वो आअहह ऊहह की आवाज़ें निकाल रहा था और वो उसके हाथ से कभी कभी मेरे बालों से खेल रहा था। मैंने अपना चेहरा पूरी तरह उसकी झाटों में गड़ा रखा था और लंड को अच्छे से चूसने में लगी थी।
फिर उसने गाड़ी हाइवे पर साईड में रोककर कार की लाईट चालू कर दी और मेरा चेहरा पकड़कर किस करने लगा। वो काफ़ी गर्म हो चुका था। उसकी टांग मेरी टांग से लिपटी हुई थी, में भी बीच बीच में उसकी जुबान को अपने मुँह में लेकर उसे चूस रही थी और फिर उसने मुझे पीछे वाली सीट पर जाने को बोला और खुद भी उतरकर पीछे चला गया। मैंने कभी कार में अपनी गांड नहीं मरवाई थी और ये मेरे लिए एक नया अनुभव था। फिर उसने पीछे जाकर अपनी पेंट पूरी तरह उतार दी, मैंने भी अपनी टी-शर्ट और शॉर्ट्स उतार दिए और हम पूरे नंगे हो गये। फिर में खिसक कर उसके पैरों के बीच में बैठ गई और उसने अपनी दोनों टांगे उठाकर आगे वाली सीट के ऊपर रख दी और में उसका लंड चूसने लगी। में थोड़ी देर लंड चूसती, तो फिर कुछ देर बाद उसके आंड चाटने लगती,
फिर थोड़ी देर उसकी गांड चाटने लगती। उसको मेरा गांड चाटना बहुत पसंद था, इससे उसका लंड स्टील की तरह खड़ा हो जाता था, मुझे भी उसको खुश करना अच्छा लगता था, इसलिये मुझे उसकी गांड चाटना भी अच्छा लगता था। काफ़ी देर ऐसे ही गांड चाटने के बाद उसने मुझे ऊपर खींचा और मेरे लिप पर किस किया और फिर मुझे अपनी गोद में बैठाया। में उसके दोनों साईड पैर रखकर उसकी तरफ मुँह करके बैठ गई। अब वो पागल हो रहा था, वो अब मेरी गर्दन पर किस करते करते मेरे बूब्स तक पहुँच गया था।
फिर थोड़ी देर उसकी गांड चाटने लगती। उसको मेरा गांड चाटना बहुत पसंद था, इससे उसका लंड स्टील की तरह खड़ा हो जाता था, मुझे भी उसको खुश करना अच्छा लगता था, इसलिये मुझे उसकी गांड चाटना भी अच्छा लगता था। काफ़ी देर ऐसे ही गांड चाटने के बाद उसने मुझे ऊपर खींचा और मेरे लिप पर किस किया और फिर मुझे अपनी गोद में बैठाया। में उसके दोनों साईड पैर रखकर उसकी तरफ मुँह करके बैठ गई। अब वो पागल हो रहा था, वो अब मेरी गर्दन पर किस करते करते मेरे बूब्स तक पहुँच गया था।
फिर उसने मेरा बूब्स मुँह में ले लिया और उसके साथ अपनी जीभ से खेलने लगा। फिर मैंने उसका सिर अपने हाथों से अपने बूब्स पर दबाया और उसनेे मुझसे सीट पर लेटने को कहा, मुझे पता था वो क्या करने वाला है में झट से सीट पर लेट गई और अपनी टाँगे हवा में उठा ली। फिर उसनेे अपना लंड गांड के छेद पर लगाया और अंदर धकेलने लगा, मैंने अपने हाथ उसके चूतड़ो पर रखकर उसको अंदर खींचने लगी, फिर उसने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए और फिर मैंने भी अपनी गांड को धक्का देकर उसके धक्को का साथ देने लगी। फिर वो आगे झुका और मुझे किस किया और फिर अपनी उंगलियों से मेरे बूब्स से खेलने लगा और यह सब करने से मेरी चूत बिना लंड को टच किए ही पानी छोड़ने लगी थी। उसने अपनी उंगली को चूत के पानी से गीला किया और मेरे मुँह में वो उंगली घुसा दी।अब धक्को की स्पीड बढ़ गई थी और में भी उसको और ज़ोर से करने के लिए बोल रही थी “ज़ोर से और तेज़, में तुम्हारी रंडी हूँ, चोद डालो इस रांड़ को, मेरी गांड का फाड़ दो आज, अया हाँ और ज़ोर से, आई लव यू आआह्ह्ह्ह। फिर एक ज़ोर के झटके के साथ उसने अपना पानी मेरी गांड में छोड़ दिया। फिर 5 मिनट बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला, मैंने अच्छी तरह उसका लंड चूस के साफ कर दिया। फिर हमने कपड़े पहने और पूरे रास्ते हमने खूब मजा किया ।
धन्यवाद
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