ट्रेन से होटल तक का सफ़र
प्रेषक:- सुजीत
दोस्तों मेरा नाम सुजीत है और मे 25 साल का हूँ और मैं भोपाल का रहने वाला हूँ मैं अभी अपना ग्रेजुएशन कम्पलीट कर चुका हूँ मेरे एक बड़े भैया हैं जो विदेश में जॉब करते हैं। मैं यहाँ अकेले ही घर का काम देखता हूँ और पढाई भी करता हूँ आज जो मैं आपको अपनी कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो मेरे और मेरी मौसी की बेटी रूही के बीच की कहानी है और ये घटना एक दम सच्ची है मैं अब स्टोरी में आता हूँ।
ये बात पिछले साल दिसम्बर की है जब मेरी मौसी की बेटी का 12th का एग्जाम हो चुका था और वो भी एस.एस.सी की तैयारी कर रही थी मेरी मौसी की बेटी और मैं बचपन से ही फ्रैंक थे और हम दोनों साथ में ही एस.एस.सी की तैयारी कर रहे थे उसकी इंग्लिश थोड़ी कमजोर है और मेरी अच्छी है क्यूंकि वो हिंदी माध्यम से थी और मैं अंग्रेजी।
मैं उसकी हमेशा इंग्लिश में मदद किया करता था हम दोनों के घर ज्यादा दूर नहीं थे तो हम दोनों साथ में पढाई कर लिया करते थे उसने मुझे अपनी एक दोस्त से सेटिंग करवाई पर एक साल रिलेशन के बाद उसने ब्रेकअप कर लिया था और किसी को वजह भी नहीं बता रही थी मैंने भी सोचा जाने दो जब सरकारी नौकरी लगेगी तो अपने आप खुद भाग कर आयगी
पिछले साल एस.एस.सी का फॉर्म निकला था और हम दोनों ने साथ में फार्म भरा था फिर हम दोनों साथ में खूब मेहनत की। फिर जब एडमिट कार्ड आया तो वो परेशान हो गई थी मेरा सेंटर यहीं लोकल ही था पर उसका सेंटर मेहरौली में था जो की दिल्ली के पास पड़ता है
तो मैंने उससे पूछा की क्या परेशानी है चले जाना पेपर देने किसी के भी साथ फिर वो थोडा नार्मल हुई फिर हम दोनों अपने अपने घर चले गए रात मे मैंने उसे फोन किया और पूछा क्या कर रही हो?
तो उसने कहा कि पढाई कर रही हूँ पर मैं एग्जाम नहीं दे पाऊँगी तो मैंने पूछा कि क्यूँ क्या दिक्कत है? तब उसने बताया की पापा को ऑफिस से छुट्टी नहीं मिलेगी और मम्मी को घर काम देखना होता है तो वो मेरे साथ नहीं चल पायंगी और मुझे अकेले कोई जाने नहीं देगा उतनी दूर तो मैंने कहा की तू अपनी पढाई कर में सोचता हूँ की तुझे कैसे पेपर दिलवाऊ उसने कहा ठीक है।
फिर हम दोनों ने 15 मिनट तक बात की और फिर अपनी पढाई में लग गए अगले दिन मैं शाम को 7 बजे मौसी के घर गया मौसा भी वहीँ थे तो मैंने उनसे कहा की आप लोग इसको एग्जाम देने क्यूँ नहीं दे रहे हैं? तो मौसी ने कहा की तेरे मौसा को छुट्टी नहीं मिल रही है और मैं चले जाउंगी तो घर का काम कैसे चलेगा? तो मैंने कहा कि मौसी इसको तो आप जाने दे सकते हो ना तो उन्होंने बताया की ये अकेले कैसे जायगी ये तो भोपाल से बाहर तक निकली नहीं है।
मैंने भी मन में सोचा की मौसी तो सही बात बोल रही हैं फिर मैंने उन्हें बताया की मेरा पेपर इससे दो दिन पहले है और इसका दो दिन बाद में है तो मैं इसके साथ चला जाता हूँ तो फिर वो मौसा और मौसी दोनों राजी हो गए थे रूही भी बहुत खुश हो गई थी मुझे गले लगा कर थैंक यू बोली और आई लव यू भाई मैंने भी कहा अबे पागल है क्या? भाई को थैंक यू बोलेगी मौसी पिटेगी ये एक दिन मुझसे। फिर हम सब ठहाके लगा कर हँसे लगे उसके बाद रूही ने हम सब को चाय बना के पिलाई फिर मैं चाय पीकर अपने घर आ गया ऐसे ही वो शाम निकल गई और फिर रात में रूही ने मुझे 12 बजे फोन किया मैंने फोन उठाया और कहा की इतनी रात में क्यूँ कॉल की? कुछ अर्जेंट है क्या? तो उसने मुझे थैंक्स कहा तो मैंने कहा अबे एसा कुछ नहीं है मैं तेरी हेल्प नहीं करूंगा तो किस बात का भाई हुआ मैं तेरा फिर ऐसे ही बात करने के बाद हम सो गए। मेरा एग्जाम रविबार को था तो मैं एग्जाम देने सुबह निकल गया और रूही ने मुझे कॉल करके आल द बेस्ट कहा मैंने भी थैंक यू बोला फिर मैं एग्जाम देने गया और फोन बंद करके डेस्क में रख दिया।
एग्जाम पूरा होने के बाद मैंने रूही को फ़ोन किया और ये बोला की मेरा एग्जाम अच्छा गया है अब देखो रिजल्ट में क्या होता है? फिर मैं और रूही शाम को रिजर्वेशन कराने गए और किस्मत से रिजर्वेशन भी मिल आगे फिर वो दिन आ गया जब हमे दिल्ली के लिए निकलना था हमारी ट्रेन शाम की थी शाम को हम अपनी अपनी सीट में बैठ गए फिर मैं दरवाजे के पास जा कर खड़ा रहा तो मुझे मेरा एक दोस्त दिख गया जो की टी.टी बन गया था उसने हमे इसी डब्बे में जगह दिलवा दी थी अब रात का वक़्त हो चला था हम दोनों सोने की तैयारी करने लगे थे हम दोनों की ही ऊपर की सीट थी फिर हमने लाइट बुझाई और सोने लगे रात में मेरी नींद खुली 1 बजे मैंने देखा की रूही के मोबाइल की बत्ती चालू है फिर मैंने अपनी आँखे मीन्जते हुए देखा की वो अपने चूचे दबा रही थी मैं हैरान हो गया था मैं ऊपर से उसके पास गया और वो चौंक गई।
उसने पूछा की तू यहाँ क्यूँ आ गया? तो मैंने बोला की जो तू हरकते कर रही थी वो देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया था अब सुन देख मुझे चोदने दे नहीं तो मैं तुझे दिल्ली में ही छोड़ दूंगा तो वो बोली की अबे ढक्कन चोदना है ऐसा बोलना मैं कोनसा तुझे मना कर रही हूँ फिर मैं उसके बगल में लेट कर किस करने लगा वो भी मेरा साथ दे रही थी उस समय हम बस किस कर पाए थे क्यूंकि यात्री उतरने लगे थे फिर हम होटल के लिए बदरपुर पहुंचे और होटल में रूम ले लिए कोई वैसे भी शक नहीं कर सकता था इसलिए आसानी से रूम मिल गया फिर हम रूम पहुंचे सामान रखा और सोचा की चलो नहा लेते हैं फिर हम दोनों ने साथ में नहाने का फैसला लिया फिर हम दोनों नंगे हो कर एक दुसरे के बदन पर साबुन लगा रहे थे और एक दुसरे से चिपक चिपक कर नहा रहे थे वो मेरे लंड को अच्छे तरह से साफ कर रही थी और साथ ही आगे पीछे भी कर रही थी और मैं उसकी चूत पर अच्छे से साबुन लगा कर साफ किया।
फिर हम दोनों बाहर निकले और नंगे ही बदन चिपक कर एक दुसरे को किस करने लगे। फिर उसके बाद मैं उसके चूचे को बड़े प्यार से दबा रहा था उसके चूचे ज्यादा बड़े नहीं थे इसलिए वो आराम से मेरे हाथ में समां गए थे वो आआआअह्ह आआआअह् करते हुए सिस्कारिया भर रही थी फिर उसके मैं दूध पीना चालू कर दिया तो वो आअहहहह अहहह आह्ह करते हुए अपने दूध चुसवा रही थी फिर उसके बाद उसने मेरा लंड पकड के किस करने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था।
फिर वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं सिस्कारिया भर के अपना लंड चुसवा रहा था 15 मिनट तक उसने मेरा लंड चूसा फिर मैंने उसे बैठा कर उसकी चूत में अपना लंड टिका कर जोरदार धक्का मारा वो इतने जोश में थी की उसे दर्द का एहसास ही नहीं हुआ फिर उसके बाद मैं उसको धक्के मार मार के चोद रहा था और वो आअहह आहाहहहा आअह् आहा करते हुए चुदवा रही थी 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने उसके चुचो पर अपना वीर्य निकाल दिया और फिर हम दोनों लेट गए बिस्तर पर थक कर उस दिन बस हम तीन बार चुदाई कर पाए थे फिर अगले दिन उसका पेपर था पेपर के बाद हम होटल आ गए और फिर एक बार चुदाई कर पाए क्यूंकि हमारी ट्रेन भी थी एक दिन मैंने उसे चोदते हुए वीडियो बना लिया था जिस वजह से अब वो मुझसे नफरत करने लगी है
दोस्तों ये थी मेरी कहानी।
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